
दुनिया में जो कुछ है वह सब हमारे लिए माल-ए-ग़ैर है, क्योके सब कुछ अल्लाह का है उसे अपने लिए जाईज़ करने की वाहिद सूरत है के अल्लाह के बाताए तरीक़े से हासिल किया जाए और उसे अल्लाह के बताए तरीक़े से इस्तेमाल किया जाए, नहीं तो ये सारा माल-ओ-मता दुनिया के बाद हमारे लिए बवाल ही बनेगा, दुनिया की भाग दौड़ छोड़ कर...