फुतादगी

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  • फुतादगी इख्तियार कर ली इंसा ने देखो !
    परिशबे इंसानियत……….भूल कर देखो !
    (फुतादगी / गिरा हुवा , परिशबे / बीती हुई परसों वाली रात) 
    -एम साजिद

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